गिरिवर राज के किशोरी हे मैया । Girivar Raj Ke Kishori He Maiya Lyrics
गिरिवर राज के किसोरी हे मईया पयिया तोरी पड़ी
जय जो महेश मुख चन्द्र चकोरी पयिया तोरी पड़ी
जय हो गजानन षड़ानन के माता,
चन्द्र बदन सोहे भाग्य विधाता
फेरी नजर तनी सेवको के ओरि पयिया तोरी पड़ी
जय जो महेश मुख चन्द्र चकोरी पयिया तोरी पड़ी
मईया संसार के तू सृजनहार हो
पालनहार तू ही करेलु संघार हो
पतिवत्र धर्म में सिरोमड़ी पयिया तोरी पड़ी
जय जो महेश मुख चन्द्र चकोरी पयिया तोरी पड़ी
सुरनर मुनि पूजे चरण कमल के
महिमा बखानि कैसे रउरी आँचल के
राजन शिकारी के भर देतु झोरी पईया तोरी पड़ी
जय जो महेश मुख चन्द्र चकोरी पायिया तोरी पड़ी
गिरिवर राज के किसोरी हे मईया पयिया तोरी पड़ी
जय जो महेश मुख चन्द्र चकोरी पयिया तोरी पड़ी

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